आँख की एक ऐसी बीमारी जिसमे आँख से पानी निकलता या गिरता है उसे ही हम अश्रुपूरित आँख या आंखों से पानी निकलना कहते है दूसरे शब्दो में कहें तो आँख से अत्यधिक आंसू गिरना ‘अश्रुपूरित आँख (Watery Eyes in Hindi)’ कहलाता है | बहुत से लोगों को हमेशा आँख से आँशु गिरते रहता है | किसी किसी को पढ़ने पर आँख से आँशु गिरता है और किसी किसी को मोटर साइकिल चढ़ने पर आंसू गिरता है लेकिन ज्यादा गंभीर बीमारी वह होता है जिसमे पानी स्वतः गिरता रहता है जो पानी कभी कभी गरम होता है या कभी कभी ठंडा भी होता है |
Watery Eyes in Hindi – (अश्रुपूरित आँख)
Contents
चलिए जानते है आंखों से पानी निकलना (अश्रुपूरित आँख) के कारण के बारे में – आंखों से पानी निकलना (अश्रुपूरित आँख) के कारण – इस बीमारी का बहुत सारे कारण है | जिसका विवरण नीचे दिया गया है |
- एलर्जी जनित दमा – (Allergic asthma)
- एलर्जी जनित पित्ती उच्छ्लना, सासं फूलना , BP घटना – (Anaphylaxis)
- आधा सिर दर्द – (Migraine headache)
- वायु विविर शोथ – (Sinusitis)
- चक्षुपटल का अलसर – (Corneal ulcer)
- असित पटल प्रदाह – (Uveitis)
- उपतारा प्रदाह – (iritis)
- रंजीत पटल प्रदाह – (Choroiditis)
- श्वेत पटल के बाहरी परत का शोथ – (Episcleritis)
आंखों से पानी निकलना (अश्रुपूरित आँख) के लक्षण
चलिए जानते है आंखों से पानी निकलना (अश्रुपूरित आँख) के लक्षण के बारे में | आंखों से पानी निकलना (अश्रुपूरित आँख) के लक्षण निम्नलिखित हैं –
- आँख से गरम पानी गिरना
- आँख से ठंढा पानी गिरना
- दिन में आंखों से पानी निकलना
- रात में आंखों से पानी निकलना
- संध्या समय में आँख से पानी गिरना
- पढ़ने पर आंखों से पानी निकलना
- मोटरसाइकिल सवारी के समय आँख से पानी गिरना
- सिरदर्द के समय आंखों से पानी निकलना
आंखों से पानी निकलना (अश्रुपूरित आँख) के रोकथाम
चलिए जानते है आंखों से पानी निकलना (अश्रुपूरित आँख) के रोकथाम के उपाय के बारे में | आंखों से पानी निकलना (अश्रुपूरित आँख) के रोकथाम के उपाय निम्नलिखित हैं –
- जिस चीज के खाने से आँख से पानी की गिरने की मात्रा बढ़ जाती है उसे वर्जित कर देना है |
- धुप, धुँआ, धूल आदि , जिससे एलर्जी हो उससे बचना चाहिए |
- यदि आँख में प्रदाह या शोथ सम्बन्धी बीमारी जो ऊपर वर्णित है तो आँख में चश्मा लगाकर आँख की सुरक्षा करनी चाहिए |
- आँख में चोट लगने से बचाना है |
- आँख में मच्छर या कीड़ा पड़ने से बचाना है |
Watery Eyes को हिंदी में “आंखों से पानी आना” कहा जाता है। यह एक सामान्य लक्षण है, लेकिन कई कारणों से हो सकता है।
🔍 आंखों से पानी आने के कारण (Causes in Hindi)
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एलर्जी (Allergy)
– धूल, परागकण, पालतू जानवरों के बाल, इत्र आदि से एलर्जी।
– आंखों में खुजली और लालिमा के साथ पानी आना। -
आंखों में संक्रमण (Infection)
– कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) या आंख आना।
– वायरस या बैक्टीरिया के कारण। -
आंखों में कुछ चला जाना (Foreign Body)
– धूल, कीड़ा, मच्छर या कोई छोटा कण। -
सूखी आंखें (Dry Eyes)
– आंखें सूखने पर शरीर अधिक आंसू बनाता है। -
आंसू नली का बंद होना (Blocked Tear Duct)
– खासकर नवजात शिशुओं और बुजुर्गों में आम।
– आंसू नली के बंद होने पर पानी बाहर निकलता रहता है। -
लेंस या चश्मे की समस्या
– गलत नंबर या गंदे कॉन्टेक्ट लेंस पहनने से। -
थकान या नींद की कमी
– लंबे समय तक स्क्रीन देखने से।
🩺 घरेलू इलाज (Home Remedies)
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गुलाब जल से आंखें धोएं।
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ठंडे पानी की पट्टी रखें।
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एलर्जी से बचें (जैसे धूल, धुआं)।
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आंखों को बार-बार न छुएं।
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आंखों की सफाई का ध्यान रखें।
⚠️ डॉक्टर से कब मिलें?
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आंखों में तेज दर्द हो।
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धुंधला दिखे।
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पीले या हरे रंग का डिस्चार्ज हो।
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पानी आना 2–3 दिन से ज़्यादा हो।
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