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उत्तानपादासन विधि, लाभ और सावधानियां – Uttanpadasana vidhi, benefits and side effect in Hindi

उत्तानपादासन – Uttanpadasana in Hindi

दोस्तो आज हम आपको उत्तानपादासन ( Uttanpadasana ) के बारे में पूर्ण जानकारी देने की कोशिश करेंगे. जैसा कि आप जानते है. इस आसन का अभ्यास सदियों से चला आ रहा है. इस आसन को करने के अनेक फायदे होते है. जिसके बारे में हम आपको जानकारी देंगे. 

ऐशा नहीं है कि उत्तानपादासन ( Uttanpadasana ) करने के केवल फायदे ही होते है. इसके कुछ नुकसान भी होते है. जिसके बारे में आप आगे जानेंगे. इसके अलावा आप उत्तानपादासन कैसे करते है आदि के बारे में विस्तार से जनेगे. 

उत्तानपादासन क्या है? – what is Uttanpadasana in Hindi

Uttanpadasana एक आसन है. इसे योगा भी कहा जाता है. इस आसन को करने से हमे मुख्य रूप से दर्द से जुड़ी समस्या में हमे काफी फायदा होता है. जो लोग कमर, कूल्हे के जोड़ और जुड़े दर्द की समस्या से परेशान है. उन लोगो को इस आसन का अभ्यास अवश्य करना चाहिए. 

उत्तानापादासन एक संस्कृत नाम है जिसमे “उत्ताना” का अर्थ है “तीव्र खिंचाव“, “पाद” का अर्थ है “पैर”और “आसन” का अर्थ है “मुद्रा” होता है. इन तीनों शब्दो को मिलाकर उत्तानापादासन शब्द बनाया गया है. 

जो लोग अपने जीवन में शांति लाना चाहते हैं. उन लोगो को इस आसन का अभ्यास नियंत्रण करते रहना चाहिए. इस आसन को करने से मन शांत हो जाता है. इसके अतिरिक्त जो लोग अधिक चिंता करते है. उन लोगो को भी यह आसन करना चाहिए. 

उत्तानपादासन कैसे करें – Uttanpadasana Kaise kare

उत्तानापादासन को उभरे हुए पैर की मुद्रा के नाम से भी जाना जाता है. क्योंकि अंतिम स्थिति में पैर जमीन से ऊपर उठाना पड़ता है. जिससे शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव आता है. कई समस्याओं से छुटकारा पा सकते है. 

उत्तानपादासन करने की विधि – Uttanpadasana karne ki vidhi 

नीचे हम आपको उत्तानपादासन करने की विधि के बारे में विस्तार से जानकारी देने की कोशिश करेंगे. जिससे आप इस विधि को आसानी से कर सके. और इसके नुकसान से भी बच सके. 

उत्तानपादासन से पहले किया जाने वाला आसन – Uttanpadasana se pehle kiya jane wala asana

Uttanpadasana se pehle कौन सा आसन करना चाहिए. यह जानना आपके लिए बेहद जरूरी है. ताकि आपको उत्तानपादासन करने समय कोई परेशानी ना हो. 

उत्तानपादासन करने के फायदे – Uttanpadasana ke fayde 

Uttanpadasana करने के अनेक फायदे है. अगर कोई व्यक्ति इस आसन को करता है, तो उस व्यक्ति को इस आसन के फायदे के बारे में जान लेना बेहद जरूर है. उत्तानपादासन करने के किया फायदे है. इसके बारे में आप नीचे जान सकते है. 

  1. उत्तानपादासन का अभ्यास उन लोगो को मुख्य रूप से करना चाहिए. जिन लोगो को मधुमेह रोग की समस्या है. मधुमेह रोग में इसका अभ्यास करने से मधुमेह नियंत्रण में रहता है. 
  2. अगर आप इसका अभ्यास नियमित करते है, तो इससे आपको कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है. जो हमारे लिए काफी फायदेमंद है.
  3. उत्तानपादासन का अभ्यास कर आप पाचन तंत्र की समस्या से भी छुटकारा पा सकते हैं. यह आपके पाचन तंत्र को ठीक करने का कार्य करता है.
  4. उत्तानपादासन का नियंत्रण अभ्यास करने से हमारी प्रजनन क्षमता काफी बेहतर हो जाती है.
  5. Uttanpadasana करने से हमारे शरीर में रक्त का संचार अधिक हो जाता है. जिससे हमे आगे काफी फायदा होता है.
  6. Uttanpadasana का अभ्यास करने से हमारे मन को काफी शांति मिलती है. जिससे हम चिंता मूक्त हो जाते हैं.
  7. मोटापे की समस्या से परेशान व्यक्ति को भी इस आसन का अभ्यास करना चाहिए. इसके अभ्यास से पेट की चर्बी को कम करने में काफी आसानी होती है.
  8. इस आसानी को करने से कमर दर्द की समस्या से भी छुटकारा मिलता है.

उत्तानपादासन करने के नुकसान – Uttanpadasana ke nukshan

Uttanpadasana का अभ्यास कौन कौन से रोग में नहीं करना चाहिए. इसके बारे में जान लेना चाहिए. जिससे इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सके. इस आसन को करने के किया नुकसान हो सकते है. नीचे की लाइन आप विस्तार से जान सकते है. 

उत्तानपादासन से बाद किया जाने वाला आसन – Uttanpadasana ke baad kiya jane wala asana

कुछ लोगो के मन में यह सवाल उत्तानपादासन करने के बाद उत्पन्न होता है कि अब इस आसन को करने के बाद कोन सा आसन करना चाहिए. नीचे हम आपको इस आसन को करने के बाद किए जाने वाले आसन की जानकारी देंगे. जिसे आप बिना किसी समस्या के कर सकते है. 

अर्ध उत्तानपादासन – Ardha Uttanpadasana in Hindi

उत्तानपादासन की वीडियो – Uttanpadasana ki video 

नोट : Uttanpadasana से जुड़ा कोई भी सवाल हो आपके पास तक आप हमसे कॉमेंट बॉक्स में लिखकर या हमारे email पर भेज सकते है. हम आपके सभी सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे. 

उत्तानपादासन (Uttanpadasana) एक प्रभावशाली योगासन है जिसे पीठ के बल लेटकर किया जाता है। यह पेट, जांघों और निचले हिस्सों की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है। इसे “उत्तान पादासन” भी कहा जाता है, जहाँ “उत्तान” का अर्थ है ऊपर की ओर उठा हुआ और “पाद” का अर्थ है पैर।


🧘‍♂️ विधि (Vidhi / Steps to Do Uttanpadasana)

  1. पीठ के बल समतल स्थान पर योगा मैट पर लेट जाएँ।

  2. दोनों हाथ शरीर के पास रखें, हथेलियाँ नीचे की ओर।

  3. धीरे-धीरे गहरी साँस लें और दोनों पैरों को बिना मोड़े ज़मीन से लगभग 30 से 45 डिग्री ऊपर उठाएँ।

  4. पीठ और सिर ज़मीन पर टिके रहें। पेट अंदर की ओर खींचें।

  5. इस स्थिति में 15 से 30 सेकंड तक रहें (धीरे-धीरे समय बढ़ा सकते हैं)।

  6. साँस छोड़ते हुए धीरे-धीरे पैरों को ज़मीन पर वापस रखें।

  7. इस क्रिया को 3–5 बार दोहराएं।


🌟 फायदे (Benefits of Uttanpadasana)

  1. पेट की चर्बी कम करता है
    – नाभि के नीचे जमा फैट को कम करने में मददगार।

  2. पाचन क्रिया को सुधारता है
    – गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत।

  3. रीढ़ की हड्डी और पीठ को मजबूत बनाता है
    – लोअर बैक पेन में राहत।

  4. थाइ और हिप्स को टोन करता है
    – जांघों और कूल्हों की मांसपेशियों को मजबूत करता है।

  5. महिलाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी
    – मासिक धर्म की अनियमितता और प्रजनन प्रणाली की मजबूती में सहायक।

  6. उदर संबंधी रोगों में लाभकारी
    – जैसे हर्निया, पेट दर्द आदि।


⚠️ सावधानियाँ व साइड इफेक्ट्स (Side Effects & Precautions)

❌ नीचे दिए गए लोगों को यह आसन नहीं करना चाहिए:

गलत तरीके से करने पर:


सुझाव:


अगर आप चाहें, तो मैं इसका विज़ुअल गाइड या डेली रूटीन में इसे कैसे शामिल करें, इसकी जानकारी भी दे सकता हूँ।